Mirzapur season 3 release date: July 5, 2024.
Mirzapur season 3 cast: Ali Faizal, Pankaj Tripathi, and Divyendu Sharma.
Mirzapur total episodes: 10
Mirzapur season 3 imbd: 7.6
Mirzapur season 3 trailer
मिर्ज़ापुर अपने नए सीजन के साथ एक बहुत लम्बे इंतज़ार के बाद ऐमज़ॉन प्राइम पे आचुका है। पिछला सीजन साल 2020 में प्रेमियर हुआ और एक बहुत बड़े सवाल के साथ समाप्तः हुआ था। पिछले सीजन में कालीन भैया को जॉन पुर का बाहुबली शरद शुक्ल कालीन भैया पर हुए हमले से बचा कर अपने साथ जॉन पुर ले आता है। तभी से दर्शकों में यह एक सवाल बना हुआ था की अब आगे क्या होगा क्यूंकि मिर्ज़ापुर की गद्दी पर गुड्डू भैया बेथ चुके हैं और कालीन भैया के परिवार में और बस उनकी धरम पत्नी बीना और उनका बच्चा बचा है। अखण्डा ननद त्रिपाठी को पिछले सीजन में मार दिया गया। अब इंतज़ार की घडीखत्म हो चुकी है अब वक़्त है सारे सवालों का जवाब जाने का तोह आये हमारे साथ जानते हैं उन्ही सवालों के जवाब को जिसने पिछले 4 सालों से हमारे दिमाग में बसेरा किया हुआ है। तोह शुरू करते हैं मिलके मिर्ज़ापुर सीजन ३ की कहानी और समलों पर एक यात्रा।
इस रिव्यु ब्लॉग में हम मिर्ज़ापुर सीजन ३ के हर एक एपीसोड के बारे में बात करेंगे जिस में आप लोगों को कहानी का एक बेस भी पता लगेगा और हम आशा करते हैं की आप दर्शको ने मिर्ज़ापुर के पिछले सीजन का स्वाद तो ज़रूर लिया होगा और भली भांति जानते होंगे की मिर्ज़ापुर का हर एक किरदार खुद में कितना अलग दीखता और बोलता है। बात करें इसके थीम की तो मिर्ज़ापुर एक तरह का जांगले है जिसको मिर्ज़ापुर के मेकर्स ने असल दुनिया में ढाल कर दर्शाया गया है। इस चीज़ को हम फ़िल्मी भाषा में आईरनी बोलते हैं जिसके अंदर हम एक चीज़ को हास्य तरह से असलियत को दर्शाते हुए बताते हैं। कुछ ईसिस तरह यहाँ भी दर्शाया गया है जैसे की गोलू का करैक्टर जंगली बिल्ली दर्शाती है ,कालीन भैया का करैक्टर जंगल के राजा यानी शेर को दर्शाता है। इन सभी चीज़ों से फिल्म में दम आता है और वह जहीज़ सालों तक एक एग्जाम्पले सेट हो जाता है जिसको दर्शक बहुत अच्छी तरह से याद रखते हैं।
Mirzapur season 3 episode 1″Tetua”
मिर्ज़ापुर सीजन 3 (Mirzapur season 3) एपिसोड 1 “टेटुआ” (Tetua) की शुरुवात मिर्ज़ापुर पुर के पिछले डो सीजन की एक झांकी से शुरू होती है जिससे हम दर्शकों को एक आईडिया लग जाता है की पिछले सीजन में क्या क्या बड़ी घटनाएं हुई जिससे आज मिर्ज़ापुर सेआसानी 3 का जनम हुआ। एपिसोड की असल शुरुवात मुन्ना भैया के अंतिम संस्कार से शुरुवात होती है। जहाँ हुंमुंखी पत्नी को यहाँ क्रिया करते हुए देखते हैं । यहाँ घटना साबित क्र देती है की मुन्ना भैया अब मिर्ज़ापुर के आने वाले सीजन में नहीं दिखने वाले उनकी कहानी के पाने सीजन 2 तक हि लिखे गए थे। एपिसोड 1 में कुछ ज्यादा बड़ा इंसिडेंट नहीं देखने को मिला यह एपिसोड पिछले सीजन को बस आगे बढ़ने में मदद करती है और किरदारों की ज़िन्दगी में क्या घटिति हो रहा है पिछले बड़ी घटना के बाद वह दर्शाती है। एपिसोड 1 में थोड़े नए किरदार देखने को मिले जिनेमिन शामिल है आज़मग्रह के बाहुबली और बाकी स्टेट्स के भी, हमने इन बाहुबली किरदारों की मुन्नवर की बैठक में देखा। एपिसोड के अंत में हम कालीन भैया के किरदार को सीजन 3 में पहली बार देखते हैं जो बहुत हि नाज़ुक हालत में मौजूद हैं। पहले एपिसोड ठीक ठाक रहा वही इस एपिसोड को देखना बहुत ज़रूरी है अगर आप सीजन 3 देखना चाहते हैं।
Mirzapur season 3 episode 2 ” Mexico “
एपिसोड 2 एक बात चीत से शुरू हुई। शुरुवात में हम बाल्मीक नामक किरदार को देखते हैं जो एक सुनसां जंगल में अपने चेलों के साथ बैठे जीवन और मृत्यु से सम्बंदित बातें करते है। यह कुछ देर का सीन काफी अच्छा है। एपिसोड 2 जैसे जैसे आगे बढ़ता जाट अहइ वैसे हि पिछले सीजन के किरदार सामने आते जाते हैं। इस एपिसोड में किरदारों के बीच बढ़ी टेंशन को भी अच्छे से दर्शाया गया है। एपसोड 2 की राइटिंग पहले एपिसोड से ठीक ठाक थी लेकिन यहाँ किरदार अपने आपको एस्टब्लिश करते नज़र आ रहे थे। डायलॉग्स स्मार्ट तरीके से लिखे गए और कहीं भी अजीब सुनाई नहीं पड़ते। शरद शुक्ल का किरदार अभी प्राइम बना हुआ है एक वजह ये भी हो सकती है की कालीन भैया को शारद शुक्ल ने बचा के रखा है और कई थ्योरी ये भी सामने आ रही थी की शरद शुक्ल कालीन भैया को एक मोहरे की तरह इस्तेमाल करेंगे। माधुरी यादव जो मुन्ना भैया की धरम पत्नी है वो अभी पॉलिटिक्स में उलझी हुई है और इनके किरदार को अभी इसी दायरे में रखा गया है ! एपिसोड 2 सिर्फ किरदारों के जीवन और पिछली घटनाओ से उभरते हुए दिखता है !
Mirzapur season 3 episode 3 “”Pratisodh
एपिसोड 3 की शुरुवात ठीक ठाक रही और कहानी को अच्छे तरीके से आगे बढ़ाया। इस एपिसोड में ट्विस्ट देखने को मिला जहाँ कालीन भैया कोमा में से बहार आजाते हैं। यह सीन कालीन बहिया के किरदार के चाहने वाले दर्शकों के लिए बहुत अच्छा साबित हुआ। इस एपिसोड में कालीन बहिया के किरदार को जयादा हाइलाइट नहीं किया गया है। एपिसोड 3 की रफ़्तार ठीक ठाक रही और अपने नार्मल बेस को बना कर आगे बढ़ती रही। पेस कुछ ख़ास नहीं था बीएस अंत में गुड्डू भैया का फाइटिंग सीक्वेंस देखने में अच्छा रहा और सीरीज के ग्राफ को ऊपर उठाया। लेकिन यह एपिसोड ज्यादा कुछ दरहा नहीं पाया हालांकी पिछले एपिसोड में हमको ज्यादा कुछ देखने को नहीं मिला सिर्फ हमने किरदारों की दशा दिखाई गयी और ज्यादा कुछ नहीं। उनके मुकाबले यहाँ एपिसोड ठीक रहा।
Mirzapur season 3 episode 4 “Kekada”
एपिसोड केकड़ा की शुरुवात भी बाकी एपिसोड की तरह ठीक ठाक रही। इस एपिसोड में जयादा पॉलिट्स एजेंडा को दर्शाया गया जहाँ जानकी देवी अपनी और अपनी पार्टी की डिकटों को सुलझाते हुए दिखी। अपनी सत्ता को बचाये रखने के लिए जानकी देवी बहुत संघर्ष करती नज़र आई और जॉन पुर के बाहुबली शरद शुक्ल भी देवी का साथ देते हुए नज़र आए। केकड़ा एपिसोड डायलॉग्स के दम पर अपने आप को आगे बढ़ाता है। एक खासियत केकड़ा एपिसोड की जो बाकी दर्शकों को बहुत पसंद आई हो गी वो है “शायर” जिनका किरदार रहीम ने निभाया है। उनकी हास्य रास कविता आपको हसाएंगी ज़रूर। इन सभी को अगर बाजू में कर दें तोह इन सब के अलावा बीएस पूरे एपिसोड में गुड्डू और शरद शुक्ल के बीच गरमा गर्मी पर ध्यान दिया गया है जो एक वक़्त पर आकर देखने में अटपटा लगता है।
Mirzapur season 3 episode 5 “Trahi”
एपिसोड 5 त्राहि एक तनाव भरी शुरुवात करता है जहाँ हम देखते हैं की गोलू एक खबरि के पीछे बलिया सेहर उसे ढूंढने निकलती है। शुरुवाती फाइट सन ठीक ठाक रहे वहीँ हमने एक तनाव भरी सिचुएशन भी देखि जहाँ गोलू दादा नामक किरदार के हाथों किडनैप हो जाती है है। वहीँ दूसरी तरफ गुड्डू गोलू के किडनैप की खबर सुन जॉन पुर पर ढाबा बोल देता है और बाकी सेहरों के बहु बाकियों को मारने काटने लगता है। अगर आप खून कहरब एक अलग लेवल का देखना और महसूस करना चाहते हैं तोह यहाँ एपिसोड आपके लिए बहुत लाभ दायक रहेगा और साथ ही साथ मिर्ज़ापुर को यह खून खराबा हि एक अलग पहचान देता है जिसकी वजह से मिर्ज़ापुर को दर्शको के बीच एक अलग पहचान मिली है।
Mirzapur season 3 episode 6 “Bhasmasur”
भस्मासुर एपिसोड में हमें गुड्डू भैया द्वारा मचाये गए आंतक को देखते हैं जो सिर्फ गोलू को ढूंढ ने के लिए कर रहे थे। इस एपिसोड में पिछले एपिसोड से भी ज्यादा खून खराबा और एक्शन देखने को मिलेगा। शरद शुक्ल और गुड्डू भैया के बीच तनाव बहुत बढ़ता जा रहा है जो की बैठक के बाद भी सूझहुआ नज़र नहीं आ रहा है। विजय वर्मा के किरदार “भारत तियागी” और उनके परिवार वालों पर इस एपिसोड में ज्यादा फोकस रहा, गोलू और त्यागी के बीच की बात चीत पर भी। भस्मासुर अपने कुछ लगाह पर इंट्रेस्टिंग बनता हुआ नज़र आया और ज्यादा ग्राफ को ऊपर न लेजा सका। कुछ जगह ऐसे भी थी जहाँ कुछ सीन और डायलॉग्स काटे भी जा सकते थे जो सिर्फ स्क्रीन टाइम को बढ़ने के अलावा कुछ नहीं कर रहे थे।
मिर्ज़ापुर सीजन 3 कुछ ख़ास नज़र नहीं आया। इसके पिछेल डो सीजन की जितनी हाइप मार्किट में दिखी शायद हि इसके तीसरे सीजन की दिखे। सीजन 3 ज्यादा तर कहानी को सैट करने में निकल गया। इस सीजन का ज्यादा तर हिस्सा शरद शुक्ल और गुड्डू भैया के बीच गरमा गर्मी में निकला गया और इनके बीच चल रहे लड़ी झगडे को दिखने में खत्म होगया। सीजन 3 में जिस किरदार का सबसे ज्यादा इंतज़ार किया गया वो था मक़बूल जो सीजन की शुरुवात से गायब रहा और पूरे 10 एपिसोड के बीच उसकी बात भी नहीं हुई जो एक किरदार के चाहने वालों के लिए बहुत दुख वाली बात साबित होती है। मुन्ना भैया के किरदार की वापसी की कोई गुंजायश नहीं अब देखना ये है की शेर यानी कालीन बहिया अपनी गुफा से बहार कब निकलेनेग और कब मिर्ज़ापुर पर वापिस अपना शासन करेंगे !
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