Kalki 2898 AD Hindi Review: प्रभास ने किया धमाकेदार कमबैक बाहुबली को भी छोड़ा पीछे-trendalertdaily

Kalki 2898 Ad release Date: 27th June 2024.

Kalki 2898 AD cast: Prabhas, Deepika Padukon, Kamal Hassan, Amitabh Bacchan.

Kalki 2898 AD synopsis: कल्कि फिल्म एक डिस्टोपियन फिल्म है जिसमें भारतीय ग्रन्थ महाभारत की कहानी को नए ज़माने में ढाल के दर्शाया गया है।

Kalki 2898 Ad budget : 600 crores.

Kalki 2898 AD trailer

मानना पड़ेगा साउथ के निर्देशक, लेखक और बाकी फिल्मी दुनिया से जुड़े कलाकार एक उन्दा दर्जा के योग्य है। इन सभी लोगों का सोचने का तरीका बहुत ही सरल साबित होता है और सरल के साथ साथ यह कहानी को एक अलग ही चेहरा देके दर्शकों के सामने प्रस्तुत करते हैं। साउथ सिनेमा शुरू से हि अपने देवी देवताओं को सबसे पहला स्थान देते हुए आया है। यहाँ आम ज़िन्दगी के लगों के साथ साथ जो फिल्मी दुनिया और बाकि फील्ड में लोग मौजूद है उन में भी यही देखा गया है की साउथ के लोग बहुत की ग्राउंड लेवल की सोच रखते हैं। जो उनको बाकी लोगों की सोच से एक हट के पहचान देता है। यह पहचान अब हमारे सामने बहुत हि बेहतरीन तरीके से सामने आ रही है। वो भी एक ज़माना था जब बाकी भाषाओँ के सिनेमा साउथ का मज़ाक बनाया करते थे और उनकी भाषा, कल्चर, और अन्य चीज़ों का मज़ाक उदा कर अपन मनोरंजन किया करते थे। लेकिन बाकी जनता को क्या मालूम था की यह मज़ाक उनको पूरी दुनिया भर में चर्चित करदेगा और अभी के दिलों में अपनी जगह बना लेगा। इन फिल्मों से एक फिल्म काफी समय से चर्चा का विषय रही है जिसका नाम है Kalki 2898 AD। आइये जाने की कैसी है ये फिल्म और फिल्म के रिव्यु के साथ साथ जाने फिल्म की कुछ अतरंगी बातें।

Kalki 2898 AD की शुरुवात साल 2021 जून के महीने से हि होगयी थी। इससे पहले जब इसके बारे में मार्किट में बात रखी यही तोह लोगों में एक अलग तरह का उत्साह देखने को मिला। पूर्व फिल्म को project K के नाम से लॉक करदिया गया था और कुछ पोस्टर्स भी रिलीज़ किये गए लेकिन मेकर्स को यहाँ नाम हॉलीवुड की फिल्मों से ज्यादा मेल खा रहा था। बहुत सोच ने के बाद फिल्म का नाम Kalki 2898 AD रखा गया। शुरुवात में फिल्ल्म से जुड़े सिर्फ तीन कलाकारों के नाम हि सामने स्स्ये जिनमे शामिल है प्रभास, दीपिका पादुकोण और अमिताभ बच्चन। शुरुवाती दिनों में फिल्म की रिलीज़ की तारीख साल 2024 के शुरुवाती महीने जनवरी में मकर सक्रांति के दिन सिनेमा घरों में रिलीज़ किया जाना था लेकिन फिल्म के वीएफएक्स और डबिंग के काम फिल्म को टालते गए और फिल्म आखिर कार जून के महीने में रिलीज़ हुई। फिल्म के कुछ पोस्टर्स भी सामने आये लेकिन बहुत से पोस्टर और वीडियो क्लिप फ़र्ज़ी निकली जिसको सिर्फ फिल्म की हाइप के लिए बनाया गया था की लोग फीलके बारे में ज्यादा से ज्यादा बात करें और इसको एक गरम मसाला टाइप कंटेंट बनके प्रेजेंट करें।

कल्कि 2898 एड अपनी अनाउंसमेंट से ही सुर्ख़ियों में बानी हुई थी और दिन प्रति दिन इसकी कास्टिंग की खबरें दर्शको के अंदर भारी मात्रा में जिज्ञासा पैदा कर रही थी ! जैसा की हमने ऊपर बताया की जब पेले तीन कलाकारों के बारे में खबर जनता के सामने तो जनता ने भरपूर मात्रा में अपना उत्सा जताया लेकिन जब कल्कि फिल्म से यह खबर सामने आयी की तमिल सिनेमा के दिग्गज कलाकार कमल हस्सान इस फिल्म का हिस्सा होने जा रहे हैं तोह दर्शको में यह एक बहुत बड़ा चर्चा का विषय बन गया और चारों तरफ इसी की बातें होने लगी।जिज्ञासा के साथ साथ कल्कि फिल्म को लेकर लोग दो गुटों में बट गए थे जिसमें से एक गुट के लोग फिल्म की प्रशंशा और इसको भारत के सिनेमा में लैंडमार्क जैसे अच्छे भविष्य को ले कर बात kr रहे थे वहीँ दूसरी तरफ दूसरा गुट फिल्म को हॉलीवुड की जानी मानी फिल्म ड्यून से कॉपी के रहे थे और कुछ रिपोर्ट्स की माने तो लोगों ने फिल्म के बजट पर बहुत सवाल किये और इसको एक और आदिपुरूष कह कर बुलाने लगे ! इन सब बातों का 27 जून को कल्कि ने मुँह तोड़ जवाब दिया और अपने जबरदस्त कंटेंट के डम पर यह साबित कर दिया की कंटेंट ही किंग होता है !

कल्कि 2898 एड़ (Kalki 2898 AD) की तरीके के जॉनर की फिल्में भारत में बहुत कम देखने को मिली है ऒर फ़िल्मी दुनिया में ऐसी फिल्मो को डिस्टोपियन नाम से भी बुलाया जाता है ! अभी बीते साल टाइगर श्रोफ की फिल्म गणपठ सिनेमा घरो में लगी थी ऒर बुरी तरह पिट गई थी ! लेकिन कल्कि फिल्म डिस्टोपियन जॉनर को अच्छे से लेकर चलती है ! फिल्म के निर्देशक नाग आश्विन की पिछली फिल्में जैसे यवाड़े सुब्रमण्यम, महानती में भी देवी देवताओं के बारे में भरपूर ज्ञान मिला और संस्कृति की नीव को जोड़ कर कहानी बुनने का तरीका काफी अद्भुत है ! कहानी पहले सीन से अपने किरदारों को लेकर आगे बढ़ती है ऒर धीरे-धीरे अपने आस पास की दुनिया को बहुत आराम से सेटअप करती है ! शुरुवात की घटनाओ को नाग आश्विन ने बहुत ही सहज तरीके से संभाला है क्यूंकि कल्कि कहानी में महाभारत से प्रेरित होक कहानी बूनी गई है जिससे कहानी का हर एक किरदार अपने आप में एक बहुत बड़ा विषय बन जाता है !  महाभारत अपने आप में एक बहुत बड़ा ग्रन्थ है और आज के ज़माने में माभबरत की कहानी और उसके किरदारों को आज के समय में ढालना एक वक़्त के लिए जटिल कार्य साबित होता है लेकिन लिखित शब्दों को ईमानदारी से ढाला जाये तो किसी भी कहानी का ढांचा निखार के आता है !

यह बात ठुकराई नहीं जा सकती की फिल्म की स्क्रिप्ट पर बहुत बारीकी से काम किया गया है। यह बात इसके किरदार हि बयां करदेते हैं जब फिल्म शुरू होती है महाभारत के अंत को दिखाया जाता है जिसमें महाभारत के वीर योद्धा अश्वथामा के नज़रिए से कहानी को बताया जा रहा था तब एक एक शब्द और उनके पीछे की सचाई और सटीकता का बहुत हि बेहतरीन तरीके से ध्यान रखा गया है। इसी के साथ शब्दों को पर्दे [पर भी उसी सटीकता से दर्शाया गया है जो देखने में सुकून दायक लगता है और मन के अंदर एक जिज्ञासा जगाता है। कहानी को बहुत की बड़े स्केल पर सोचा गया है और ग्रन्थ को इस नए ज़माने में ढालना एक सही कदम साबित हुआ है। किसी भी फिल्म को अच्छा या बुरा उसके शब्द हि बना सकते हैं क्यूंकि वह सबसे पहला काम होता है किसी भी फिल्म को शुरू करने का और यहाँ नाग आश्विन ने यह काम बहुत हि होशियारी से पूरा किया है। इस चीज़ के हम सभी गवाह हैं, जिस तरह से फिल्म के दिआलोगे कहानी के साथ फिट बैठ रहे हैं उससे तोह यही अंदाजा लगाया जा सकता है की शब्दों को बहुत धीरज से चुना और लिखा गया है। दिआलोगे कहीं भी बेतुके या अजीब नहीं सुनाइ नहीं देते।

बात करें प्रोडक्शन की जहाँ से हर फिल्म पन्नों से उठ कर असलियत में अपने कदम रक्ति है। कल्कि फिल्म का प्रोडक्शन भारत के बाकी फिल्मों से बहुत अलग दीखता है जहाँ एक अलग दुनिया को बनाया गया है जो की आज की दुनिया से काफी अलग है और एक सच्चाई को दर्शा रही है। फिल्म में इस्तेमाल किये गए हाइली एडवांस प्रॉप्स, ग्रीन स्क्रीन, वीएफएक्स और सीजीआइ की कवालिटी कमज़ोर नहीं नज़र आती लेकिन कुछ एक जगह बारीकी से देखने से वीएफएक्स का ज्यादा इस्तेमाल नज़र आता है। ख़ासकर अमिताभ बच्चन के चेहरे पर डी एजिंग की गई है वो चेहरे को एक एनीमेशन जैसा दर्शा रहा था जहाँ बाकी किरदार असली दिख रहे थे वहीँ दूसरी तरफ अमिताभ बच्चन का चेहरा जवान करके बहुत फीका साबित हो रहा था।

बात करें एक्टिंग की तोह सबसे पहला नाम प्रभास का आता है। प्रभास की एक्टिंग कल्कि फिल्म में काफी सही रही अगर बात करें प्रभास की बीते फिल्में जैसे की साहो, राधे श्याम , आदिपुरुष इस सभी फिल्मों में प्रभास कुछ जयदा एक्टिंग को एक्स्प्लोर नहीं कर पाए लेकिन कल्कि फिल्म में प्रभास के पास बहुत ज्यादा मौके मौजूद हैं अपनी एक्टिंग को एक्स्प्लोर करने के। दीपिका पादुकोण का ऍपेरैंस जबरजस्त था लेकिन वहां कही न कहीं एक्टिंग में मार खा रही थी और उनकी वे ऑफ़ एक्टिंग उनकी बाकी की फिल्मों की तरह दिख रही थी। अमिताभ बच्चन और कमल हसन ये सिनेमा के डो बड़े नाम फिल्म में एक अलग लेवल का उत्साह डालने का काम करते हैं। इन दोनों दिग्गज कलाकारों का काम बहुत ही सटीक और अच्छी मात्रा में फिल्म में मौजूद था। अमिताभ बच्चन और कमल हस्सान ने फिल्म के नीव किरदार का रोले अदा किया है जहाँ कमल हसन फिल्म में नेगेटिव किरदार “यास्कीन” में दिखे और वहीँ अमिताभ बच्चन “अश्वथामा” के रोले में दिखे। जब जब ये किरदार स्क्रीन पर आये तब तब लोगों ने अपनी आँखें स्क्रीन पर टिकाये राखी और दोनों दिग्गज कलाकारों की जम के तारीफ़ की।

फिल्म में बहुत cameos देखने को मिलेंगे जो आपकी फिल्म के प्रति जिज्ञासा बनाये रखेंगे। हमारी तरफ से यह फिल्म आपको ज़रूर देखनी चाहिए। फिल्म में हमको महाभारत और होनी संस्कृति के प्रति बहुत चीज़ें देखने और सीखने को मिलेगई जो शायद किताबें बयान न कर पाएं। आज की जनरेशन को यहाँ फिल्म ज़रूर देखनी चाहिए क्यूंकि आज के युवा बहुत तेज़ होते जा रहे वे हर पल कुछ नया करने की छह में अपनी जड़ों को कहीं न कहीं भूल ते जा रहे हैं, आप लोग अपने भाई, बहन ,यार ,दोस्तों और घरवालों के साथ सिनेमा घरों में जाके फिल्म का आनंद उठा सकते हैं।

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